- 805 Posts
- 46 Comments
एक दिन ससुर जी ने अपने भावी दामाद से बड़े ही प्यार से पूछा -‘मेरी बेटी की जीवन नैया के खेवनहार! आपको शादी में चाहिए क्या-क्या उपहार। . दामाद जी ने जुबान खोली ‘आपकी बेटी खुद लक्ष्मी है। फिर भी अगर आप इतनी जिद करते है तो हमें सिर्फ ‘टर चाहिए। . ससुर जी ने बड़े अचंभे से पूछा- ‘बेटा ये टर क्या है। . दामाद जी बोले -’टर यानी स्कूटर, रेफ्रीजरेटर, कंप्यूटर, जनरेटर, मोटर आदि आदि। . यह सुनकर ससुर जी मुस्कुराए और फिर बोले- हम आते है तुम्हे पहनाने स्वेटर, फिर देतें है हम तुम्हे अपनी डाटर, जिसके हाथ में है हन्टर, जो बनवाएगी तुम से मटर-टमाटर, डाल कर तुम पर वाटर, तब तुम नजर आओगे जैसे होते हैं वेटर, अब बोलो क्या इरादे है मिस्टर। यह सुनकर भावी दामाद जी घबराए और ऐसे भागते नजर आए जैसे भागे हैलीकाप्टर।-सुभाष बुड़ावन वाला. बदलने का अभियान संयोग से प्रेमी-प्रेमिका की शादी हो गई। अब वे पति-पत्नी थे। रात में सोते समय पत्नी रोज पति को समझाती थी कि देखो देर रात तक घूमा मत करो, ये बीड़ी-सिगरेट ठीक नहीं है,” इसका सेवन मत करो। शराब पीना अच्छा नहीं है, इधर-उधर बेमतलब मत जाया करो, अपना काम किया करो, इस तरह के कपड़े मत पहना करो, ऐसे चला मत करो, वगैरह। रोज कुछ न कुछ समझाती और पति भी उसकी हर बात को मानता चला गया। वह अब कोई ऐसा काम नहीं करता था जो पत्नी को पसंद न हो। ऐसे चलता रहा। बड़ा सुखद जीवन चल पड़ा। फिर पांच साल बाद एक दिन पत्नी ने कहा, ‘एक बात कहूं,’ तुम बुरा तो नहीं मानोगे?’ पति ने कहा, ‘आज तक तुम्हारी किसी बात का बुरा माना है? सब बातें बिना कुछ कहे मान ली है। कहो जो कहना है।’ पत्नी बोली, ‘वो सब तो ठीक है लेकिन अब तुम पहले जैसे नहीं रहे!’..-सुभाष बुड़ावन वाला.,1,वेदव्यास,रतला!म./////////////////बेटा: पापा, एक छोटा सा गेट-टुगेदर रखा है स्कूल में।
पिता: छोटा सा से क्या मतलब है तुम्हारा?
बेटा: आप, मैं और प्रिंसिपल।.सुभाष बुड़ावन वाला
Read Comments