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वैज्ञानिकों ने घोषणा की है कि उन्होंने एक ऐसे टमाटर को बनाया है, जिसमें फार्माकोलॉजिकल कम्पाउंड मौजूद है। इसकी मात्रा वाइन की 50 बोतलों में पाए जाने वाले कम्पाउंड के बराबर है। यह कदम टमाटर को बायोलॉजिकल फैक्ट्री में बनाने की दिशा में अहम है।
ब्रिटेन के जॉन इन्नेस सेंटर (JIC) में शोधकर्ताओं ने ऐसे टमाटरों को विकसित किया है, जिनमें फिनाइलप्रोपेनॉइड का अच्छा स्तर पाया जाता है। इसे वाइन में पाया जाने वाला रेसवेराट्रोल भी कहा जाता है। इस कम्पाउंड का औद्योगिक स्तर पर उत्पादन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
JIC में कैथी मार्टिन के नेतृत्व में एक टीम ने एक ऐसा टमाटर का उत्पादन किया है जिसमें रेसवेराट्रोल की उतनी ही मात्रा मौजूद है, जितनी वाइन की 50 बोतलों में होती है। एक अन्य टमाटर में जेनिस्टेन कम्पाउंड पाया गया है, जो 2.5 किलो टोफू में होता है। शोधकर्ताओं की यह खोज जर्नल नेचर कम्युनिकेशन्स में प्रकाशित की गई है।
कुछ जानवरों पर रेसवेराट्रोल का अध्ययन किया गया, जो कि प्राकृतिक पदार्थ है। यह जानवरों की उम्र बढ़ा सकता है। हालांकि, इंसानों पर उसके लाभ के बारे में अभी अध्ययन नहीं किया गया है।
वहीं जेनिस्टेन, सोयाबीन में पाया जाने वाला एक पदार्थ है। स्तन कैंसर और स्टेरॉयड हार्मोन से संबंधित अन्य कैंसर को रोकने में इसकी भूमिका की जांच चल रही है।सभाष बुड़ावन वाला.,,1
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